देहरादून: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर आयोजन
दूून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र अर धाद संस्था न् करे अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा के दिवस पर कार्यक्रम

दूून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र अर धाद संस्था द्वारा 21 फरवरी 2025 खुणि अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस का मौका पर दून पुस्तकालय सभागार मा एक कार्यक्रम को आयोजन करेगे जैमा उत्तराखण्ड की भाषाओं से संबंधित विषयों पर चर्चा का दगड़ै-दगड़ कविता पाठ बि ह्वे।
कार्यक्रम मा उत्तराखण्ड की लोकभाषाओं का प्रचार प्रसार व सम्वर्द्धन कार्य खुणि गढ़ भारती नामक पत्रिका को सूत्रपात कर्न वल़ा श्री रमेश चंद्र घिल्डियाल अर धुमाकोट धाद की शाखा से जुड़्यां श्री विनोद पटवाल तैं धाद मातृभाषा सेवा सम्मान से सम्मानित करेगे। रमेश घिल्डियाल जी स्वयं उपस्थित छया जबकि विनोद पटवाल जी को सम्मान वूंकि बेटिन् प्राप्त करे।
ये अवसर पर पूर्व मुख्य सचिव श्री नृप सिंह नपलच्याल न् अपणा संबोधन मा उत्तराखण्ड की बोली भाषाओं का समुचित संरक्षण की जर्वत बतै। कुमाउनी भाषविद श्रीमती कमला पंत न् बोले कि कै बि स्थान व समाज संस्कृति की प्रमुख संवाहक वखै लोकभाषा होंद। कवि व साहित्यकार शान्ति प्रकाश जिज्ञासु न् बतै कि धाद यूनेस्को की 2010 की रिपोर्ट का बाद बराबर भाषाओं का संरक्षण संवर्धन अर विकास का वास्ता हर साल मातृभाषा दिवस मनौंद।
येका बाद गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी, रवांल्टी, नागपुरी और रं ल्वो भाषा का कवियों को कविता पाठ ह्वे। जैमा भारती पांडे, महावीर रवांल्टा, सुनीता चौहान, सुरेश स्नेही, बीना बैंजवाल, दिनेश डबराल, शान्ति नबियाल, शांति बिंजोला, रक्षा बौड़ाई, प्रिया देवली, अर्चना गौड़, सिद्धि डोभाल, मनोज भट्ट गढ़वाली, मधुरवादिनी तिवारी अंजना कंडवाल, विनीता मैठाणी आदि न् अपणि-अपणि रचनाओं का पाठ करे।
ये कार्यक्रम मा दून पुस्तकालय एव शोध केंद्र का प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी, महेंद्र ध्यानी, सुमित्रा जुगलान, बीना कंडारी, नरेंद्र सिंह रावत, ,विनीता मैठाणी, सुंदर सिंह बिष्ट, कुलभूषण नैथानी, डॉ. राकेश भट्ट, कांता डंगवाल , डॉ. मुनिराम सकलानी, गीता देवली, विनोद बिष्ट, आलोक सरीन, शूरवीर भंडारी,पंकज, शैलेंद्र नौटियाल ,भागचंद, विनय कुकसाल, विनोद बिष्ट सहित विभिन्न साहित्यकार , युवा पाठक, लेखक व शहर का कई विद्वत लोग उपस्थित छया।