
पौड़ी जनपद का खिर्सू विकासखण्ड मुख्यालय का समणि का गौं- ग्वाड़ मा कठबद्दी कौथिग उर्ययेगे। यो ये मुल्कौ वार्षिक अनुष्ठान छ जो ग्वाड़ अर कोठगी गौं मा करे जांद। यो आयोजन एक साल ग्वाड़ गांव मा अर दुसर साल कोठगी गांव मा करे जांद। यो अपण-आप मा भौत रोमांचक आयोजन छ जैतै देखणौ दूर- दूर बटि बि बिंडि लोग पहुंचदन। ये अनुष्ठानिक मेला मा लगभग पांच सौ मीटर लब्बि बबूलै रस्सी पर काठ यानि लकड़ी को बण्यूं बेड़े (बादी) तै रड़ये जांद। ये अनुष्ठान का अवसर पर भूमि देवता घण्डियालै पूजा करे जांद। यो अनुष्ठान आमजन की सुख समृद्धि का वास्ता करे जांद। बोल्दन बल कि लगभग सौ साल पैली काठै जगा आदमी बबूलै रस्सी पर रड़दो छयो

ये अनुष्ठान से जुड़्यां ग्वाड़ गांव का निवासी भगत सिंह न् बतै कि यो हमरा ईष्ट देव की पूजा को अनुष्ठान बि छ। येकि तैयारि खुणि गांव का लोग आठ मैना पैलि बटि लगि जांदन। 25 किलोमीटर दूर बटि रस्सी बणाणा कु घास ल्हये जांद। आठ दिन मा रस्सि बणये जांद। ये रस्सा तैं बांधणा कु द्वी डाल़ा ल्हे जांदन जौं पर वा रस्सी बंधै जांद अर वे पर ही काठ को बद्दी फिसलये जांद।
ये आयोजन से जुड़ीं महिला सरोजनी देवी न् बतै कि ये पूजा अनुष्ठान मा महिलाएं बि बढ़-चढ़ कै हिस्सा ल्हींदन।