उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान समारोह-2024 को शानदार आयोजन
उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा हूंद हर साल यो कार्यक्रम

3 मार्च 2024 का दिनबार पर उत्तराखंड भाषा संस्थान का द्वारा देहरादून मा उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान समारोह को शानदार आयोजन करेगे। ये कार्यक्रम मा वर्ष 2024 का वास्ता साहित्य का क्षेत्र मा उत्कृष्ट योगदान देणै वल़ा उत्तराखंड का 18 साहित्यकारों तै सम्मानित करेगे। कार्यक्रम मा उत्तराखंड का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी अर भाषा मंत्री, उत्तराखंड सरकार सुबोध उनियाल जी मुख्य अतिथि का रूप मा उपस्थित छया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय विधायक (राजपुर विधानसभा) खजानदास जी द्वारा करेगे। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ सुधारानी पाण्डे जीन् बि मंच की शोभा बढ़े।
उत्तराखंड का जगा-जगा बटि अयां साहित्यकारों अर बुद्धिजीवियों से भर्यां हॉल मा श्री सुभाष पंत (उत्तराखंड साहित्य भूषण सम्मान), डॉ दिनेश पाठक (सुमित्रानंदन पंत पुरस्कार), गोपाल दत्त भट्ट (गुमानी पंत पुरस्कार), कुलानंद घनशाला (भजन सिंह ‘सिंह’ पुरस्कार), सुनीता चौहान ( गोविंद चातक पुरस्कार), सग़ीर उल्लाह (प्रो. उन्वान चिश्ती पुरस्कार), शमा खान (गौरा पंत ‘शिवानी’ पुरस्कार), सतीश डिमरी ( मंगलेश डबराल पुरस्कार), शशिभूषण बडोनी ( महादेवी वर्मा पुरस्कार), ललित मोहन रयाल (शैलेश मटियानी पुरस्कार), नीरज नैथानी (डॉ पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल पुरस्कार), महेंद्र ठकुराठी (बहादुर बोरा ‘श्रीबंधु’ पुरस्कार), मोहन चंद्र जोशी ( शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ पुरस्कार), वीरेंद्र पंवार (भवानी दत थपलियाल ‘सती’), मदन मोहन डुकलाण ( कन्हैयालाल डंडरियाल पुरस्कार) डॉ पवनेश ठकुराठी (गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ पुरस्कार), अनूप सिंह रावत ( विद्यासागर नौटियाल पुरस्कार) अर एम. आर ध्यानी ( भैरव दत्त धूलिया पुरस्कार) तैं मुख्यमंत्री, भाषा मंत्री अर मंचासीन अतिथियों द्वारा सम्मान चिह्न, सम्मान राशि भेंट करेगे।
कार्यक्रम मा अपणा स्वागत सम्बोधन मा भाषा संस्थान की निदेशक स्वाति भदौरिया जीन् बोले कि संस्थान उत्तराखंड का साहित्य व संस्कृति का संरक्षण का वास्ता लगातार काम कर्नू छ। पिछला साल संस्थान द्वारा दस पुरस्कार दियेगे छा पर इबारि दौ अठ्हारह पुरस्कार दिये गैनी। दगड़ै-दगड़ पुरस्कार राशि मा बि बढ़ोत्तरी करेगे। ये मौका पर स्थानीय विधायक खजानदास जीन् समाज का निर्माण मा साहित्यकारों की भूमिका तैं भौत खास बतै। भाषा मंत्री सुबोध उनियाल जीन् बोले कि चाहे स्वतंत्रता आंदोलन हो या उत्तराखंड राज्य प्राप्ति आंदोलन- साहित्यकारों न् हि यूं जनक्रांतियों तै दिशा दे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जीन् बोले कि भाषा- साहित्य अर साहित्यकारों का हित मा सरकार लगातार काम कर्नी छ अर आप जना कलम का धनी लोगों से समाज तै भौत उम्मीद छन। वूंन बोले कि यो सम्मान सिर्फ साहित्यकारों को सम्मान नी छ बल्कि इनो लगणू छ कि यो हमारो खुद को बि सम्मान छ।
साहित्यकारों का सम्मान का बाद धर्मवीर भारती द्वारा लिख्यां नाटक ‘अंधा युग’ को बि मंचन ह्वे। ये हि कार्यक्रम का अंतर्गत हॉल का बगल मा हि एक पुस्तक मेला को उद्घाटन बि ह्वे जैमा एनबीटी, विनसर, समय-साक्ष्य, काव्यांश प्रकाशन आदि प्रकाशकों द्वारा अपणा-अपणा स्टॉल लगयां छया। ये कार्यक्रम न् अब्बि भोळ 4 मार्च खुणि बि जारी रैण।