गढ़वाल विश्वविद्यालय मा उर्यये ग्ये भारतिय भाषा उत्सव’
"एक राष्ट्र अनंत विरासत" कार्यक्रम का अंतर्गत ह्वे आयोजन

‘गढ़वाल विश्वविद्यालय मा उर्यये ग्ये भारतिय भाषा उत्सव’
शुक्वार २८ फरवरी २०२५ कु हे०नं०ब०गढवाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल का एसीएल सभागार मा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (NEP SAARTHI ‘Students Ambassador for Academic Reforms in Transforming Higher education in India’) द्वारा भारतीय भाषा उत्सव “एक राष्ट्र अनंत विरासत” कार्यक्रम
उर्यये ग्ये। ये कार्यक्रम मा विभिन्न भारतीय भाषाओं मा कै रचनात्मक प्रतियोगिता (गीत, कथा सुणौंण, कविता, भाषण आदि) आयोजित ह्वेनि जौं मा विश्वविद्यालय का यूजी अर पीजी का छात्र छात्राओंन बढि चढ़ी तैं भाग लीनि।
कार्यक्रम मा मुख्य अतिथ्या रुप मा उपस्थित हिंदी विभागे विभागाध्यक्ष प्रो गुड्डी बिष्ट पँवार जीन अपणा उद्बोधन मा बोले कि “भाषा संस्कारूं की जननी च ! हमुतैं अपणीं भाषा कु संरक्षण जरुर कन्न चैंद।” कार्यक्रम समन्वयक अर्थशास्त्र विभागा प्रो प्रशान्त कण्डारी जीन ये तरौ का कार्यक्रम उर्योंणा वास्ता यूजीसी की प्रशंसा करि अर सभी प्रतिभागियों तैं शुभकामना भी दीनि । ये कार्यक्रम मा छात्र छात्राओंन हिंदी, संस्कृत , उर्दू, सिंधी , उड़िया ,भोजपुरी , गढ़वाली आदि भाषाओं मा प्रस्तुति दीनिन ।

कार्यक्रम का अंत मा प्रतियोगिताओं का विजेता प्रतिभाग्यों तैं पैलु , द्वसरो अर तीसरो स्थान का पुरस्कार भी दिए गेनि ।पैला नंबरौ पुरस्कार नीरज बर्तवाल (गायन हिंदी) , द्वसरो पुरस्कार रिधिमा रावत (स्टोरि टैलिंग) अर तन्मय सरकार (संस्कृत गीत) तैं संयुक्त रूप से जबकि तिसरो पुरस्कार कैवल्य ए नायक (उड़िया गीत) तैं दिये ग्ये । निर्णायक की भूमिका मा हिंदी विभाग बटि डॉ सविता मैठाणी जी अर अर्थशास्त्र विभाग बटि डॉ रुक्मिणी जी रैनि । कार्यक्रम मा हिंदी विभागा असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अनूप सेमवाल, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ कपिल देव पँवार , डॉ गौरीश नंदिनी का दगड़ा हिंदी विभागा शोधार्थी रेशमा , कोमल , राकेश , शिभम , सुनीता , सूरज आदि भी उपस्थित रैनि।
— राकेश जिर्वाण ‘हंस’
(शोधार्थी हिंदी, गढवाल विश्वविद्यालय)