
गैरसैण नगर पंचायत का नवनिर्वाचित अध्यक्ष मोहन भंडारी की पहल पर उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण मा किताब कौथिग अभियान को तेरहवौं आयोजन भौत बढ़िया रै।। मुख्य आयोजन 4 से 6 अप्रैल तक ह्वे जैमा हजारों लोगों न् किताबों का दगडै-दगड़ विज्ञान, पर्यटन, हस्तशिल्प अर आधुनिक तकनीक का बारा मा जानकारी प्राप्त करे।
31 मार्च से 4 अप्रैल तक पूर्व प्रधानाचार्य बी. एस. बुटोला का संयोजन मा आयोजित 5 दिवसीय बाल लेखन कार्यशाला से किताब कौथिग, गैरसैण की शुरुआत ह्वे। यीं कार्यशाला का मुख्य प्रशिक्षक उदय किरौला न् बतै कि कार्यशाला मा राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, राजकीय बालिका इंटर कालेज, राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल श्रीनगर, सरस्वती इंटर कालेज, सरस्वती शिशु मंदिर, सरस्वती विद्या मंदिर, न्यू होप एकैडमी, आर के जे एस हंस फाउंडेशन इंटर कालेज, सीडलिंग पब्लिक स्कूल, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल अर राजकीय प्राथमिक विद्यालय गैरसैण का बच्चों न् भागीदारी करे। कार्यशाला का समापन समारोह मा यूं 140 बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रर्दशनी विशेष आकर्षण को केंद्र रै। मेरा परिचय, जीवन की घटना, यात्रा वर्णन, मेरी दिनचर्या, आदि विषयों पर बच्चों न् लगभग 15 पृष्ठों तैं जोड़िकी बाल मुस्कान, बालप्रहरी, बालवाटिका, बाल मन, किशोरी स्वर, नई ज्योति, नई किरण, संभावना, बाल उमंग आदि नामों से अपणि-अपणि हस्तलिखित पुस्तक तैयार करे। कार्यशाला का दौरान तैयार कर्यां नुक्कड़ नाटक अर समूह गीत भी प्रस्तुत करे गैनि। बच्चों न् ओरिगेमी, कहानी वाचन, निबंध-कविता – पत्र लेखन आदि विधाओं का बारा मा सीख तैं अपण विचारों तैं लेखन अर वाचन का माध्यम से प्रस्तुत करे। बच्चों द्वारा कार्यशाला मा तैयार यूं सबि रचनाओं तैं स्टॉल का माध्यम से किताब कौथिग मा प्रदर्शित बि करेगे। 4 अप्रैल खुणि कार्यशाला को समापन बड़ा हि उत्साह का दगड़ ह्वे।
5 अप्रैल खुणि मुख्य मैदान मा पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल अर नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन भंडारी सहित शहर का गणमान्य लोगों की उपस्थिति मा दीप प्रज्वलन का साथ गैरसैण किताब कौथिग को औपचारिक शुभारंभ ह्वे। स्कूली बच्चों न् गणेश स्तुति अर मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत करे।
दिनभर गैरसैण मुख्य मैदान मा स्कूली बच्चा अर अभिभावक लगातार मेला मा औणा रैन। हजारों किताबों का साथ बच्चों न् आधुनिक तकनीक, खेल खेल मा विज्ञान, कठपुतली निर्माण कार्यशाला, स्थानीय उत्पादों मा बि रुचि दिखै। मंच पर वार्ता सत्र का दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा बि दगडै़-दगड़ हौणी रै। “अंगदान जागरूकता अर थैलेसीमिया रोग” पर पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ ललित उप्रेती अर दयाल पांडे जी न् चर्चा करे। देहरादून बटि अयां विशेषज्ञ नवीन चंद्र न् “Artificial Intelligence छोटा व्यापारियों का वास्ता कन मा उपयोगी ह्वे सकद” विषय पर खुला सत्र मा स्थानीय जनता दगड़ छ्वीं-बत्त लगैनि। पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल अर डॉ. अजय ढोंढियाल का बीच “हमारे लोकसंगीत में महिलाओं के स्वर” विषय पर लंबी चर्चा ह्वे जैमा महिलाओं की खासी उपस्थिति रै। अंतिम सत्र मा सांस्कृतिक सन्ध्या का दौरान लोकगायक दीवान कनवाल अर डॉ. अजय ढौंडियाल का गीतों की प्रस्तुति ह्वे। “घुघुति जागर टीम” न् अपणा गीतों से रंगत कार्यक्रम मा ल्हे दे।
6 अप्रैल खुणि गैरसैण किताब कौथिग का अंतिम दिन भी काफी लोग कार्यक्रम मा पौंछिन्। दिनै शुरुआत नेचर वॉक से ह्वे जैमा वन्यजीव विशेषज्ञ श्री राजेश भट्ट न् पक्षी अवलोकन अर प्रकृति आधारित पर्यटन पर मार्गदर्शन करे। पद्मश्री कल्याण सिंह रावत न् जैव विविधता तैं बचौणै जरूरत अर जंगलों मा बेतहाशा बढ़दि कुलैं तैं बहुत गंभीर खतरा बतै। वनस्पति विशेषज्ञ डॉ. बी. एस. कालाकोटी न् ये इलाका मा मिलण वल़ि जड़ि-बूटियों की जानकारी दे। पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल अर “घुघुति जागर टीम” न् प्रकृति से जुड़्यां गीतों से नेचर वॉक तैं संगीतमय बणै दे।
मुख्य मैदान मा किताब कौथिग का मंच मा “पर्यावरण बचाने में चिपको और मैती जैसे आंदोलनों की भूमिका” विषय पर पद्मश्री से सम्मानित कल्याण रावत जी अर भैरव असनोड़ा जी की खास छ्वीं-बत्त लगीन्। रानीखेत बटि अयीं लेखिका अलका कौशिक अर हेम पंत न् “वैश्विक यात्रा अनुभव अर स्थानीय पर्यटन” पर बातचीत करे। राज्य मंत्री वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड उत्तराखंड न् बि स्टाल्स को निरीक्षण करे। प्रो. एस एस रावत, मनीष अर मोहन भंडारी का बीच “गैरसैण राजधानी और शहीदों के सपने” विषय पर सार्थक चर्चा ह्वे।
आयोजन का दौरान दिनभर गैरसैण मुख्य मैदान मा स्कूली बच्चों अर अभिभावकों को आणौ-जाणौ लग्यूं रै। हजारों किताबों का साथ बच्चों न् ऐपन टेक्नोलॉजी, “पिरुल वूमन” मंजू साह, समय साक्ष्य, शिवालिक साइंस फाउंडेशन, लाटी आर्ट्स, स्किलीफाइ, मुनस्यारी हाउस, सुबेर संस्था, कठपुतली का स्टॉल मा खूब बगत बितै। अलग-अलग वार्ता सत्र का दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा ह्वे। पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ ललित उप्रेती न् बतै कि ” रंगदान से अंगदान जागरूकता अभियान” का तहत चिकित्सा विभाग का सौजन्य से आयोजित रक्तदान शिविर मा नगर पंचायत अध्यक्ष न् सबसे पैलि रक्तदान करे। कुल 15 लोगों न् रक्तदान करे।
कार्यक्रम का अंतिम सत्र मा हरिद्वार का वरिष्ठ साहित्यकार प्रकाश पांडे का संयोजन अर अध्यक्षता मा बहुभाषीय कविसम्मेलन ह्वे जैमा डॉ. नीरज नैथानी, श्रीमती बीना बेंजवाल, श्री मदन डुकलान, डॉ. शम्भू प्रसाद भट्ट “स्नेहिल”, दयाल पांडे, श्री शांति प्रसाद “जिज्ञासु”, श्री आशीष सुन्दरियाल, विनेश पोखरियाल, भूपेंद्र कंडारी, दीक्षा जोशी, सतीश डिमरी, लक्ष्मण सिंह पंवार आदि न् हिंदी, गढ़वाली इर कुमाउनी भाषा मा काव्य पाठ करे।