राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू छन उत्तराखंडै तीन दिनै यात्रा पर
देहरादून मा राष्ट्रपति तपोवन अर राष्ट्रपति निकेतन को करे उद्घाटन

अजगाल राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू उत्तराखंड मा छन। वो तीन दिन का वास्ता उत्तराखंड अयीं छन। उत्तराखंड की अपणि ईं तीन दिनै यात्रा का दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु न् 20 जून शुक्रवार खुणि देहरादून मा राष्ट्रपति तपोवन अर राष्ट्रपति निकेतन को उद्घाटन करे। ये मौका पर उत्तराखंड का राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह अर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बि मौजूद छया। अब 24 जून बटि राष्ट्रपति तपोवन अर 1जुलाई बटि राष्ट्रपति निकेतन आम जनता बि जै सकदि।
ये मौका पर राष्ट्रपति निकेतन, राष्ट्रपति तपोवन अर राष्ट्रपति उद्यान की जैव विविधता पर एक पुस्तक को बि विमोचन करेगे। ईं पुस्तक मा राष्ट्रपति निकेतन, तपोवन अर उद्यान की 300 से बिंडि वनस्पतियों अर 170 से जादा जीवों की प्रजातियों को विवरण छ, जैमा तितलियाँ, पक्षी अर स्तनधारी शामिल छन।
राष्ट्रपति न् देहरादून मा राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान को दौरा करे और छात्रों दगड़ि छ्वीं-बत्त बि लगैनि। ऊंन मॉडल स्कूल विज्ञान प्रयोगशाला अर कंप्यूटर प्रयोगशाला का दगड़ै-दगड़ एक प्रदर्शनी की बि छांट-निराल़ करे।
ईं घड़ि पर राष्ट्रपति न् बोले कि कै देश या समाज की प्रगति को आंकलन यीं बात से लगये जांद कि वे समाज मा लोग दिव्यांगजनों का दगड़ कनो व्यवहार करदन। ऊंन् बोले कि सुगम्य भारत अभियान का माध्यम से, जो एक सुलभ भौतिक वातावरण, परिवहन, सूचना अर संचार पारिस्थितिकी तंत्र तैं विकसित कर्नै बात करद, सरकार दिव्यांगजनों का सशक्तिकरण अर समान भागीदारी का वास्ता जतन कर्नि छ।
राष्ट्रपति न् बोले कि आज को युग विज्ञान अर प्रौद्योगिकी को युग छ। उन्नत प्रौद्योगिकी से दिव्यांगजन बि मुख्यधारा मा अपणो योगदान दे सकदन। ऊंतैं यीं बात से बड़ि खुशि ह्वे कि राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान समावेशी शिक्षा प्रणाली अर नवीनतम तकनीकी संसाधनों का माध्यम से छात्रों का सर्वांगीण विकास पर विशेष बल देणू छ। ऊंन बोले कि समाज तैं जीवन की सब्बि धाण्यूं मा दिव्यांगजनों तैं पयड़ा लगौण चयेणा छन।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु न् उत्तराखंड की ऐतिहासिक राजभवन नैनीताल का 125 साल पूरा होण का उपलक्ष्य मा विशेष डाक टिकट बि जारी करे। ये कार्यक्रम मा राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) बि उपस्थित छया। वूंन् राष्ट्रपति को यीं ऐतिहासिक धरोहर तैं राष्ट्रीय स्मृति मा जगा दिलाण का वास्ता जैद्यो-जुहार करे।