खबरसार
चमोली की अंकिता न् रचे इतिहास, जी.आर.एफ परीक्षा मा ऑल इंडिया मा दुसरि रैंक
द्वी हाथ नि होण का बावजूद बि खुट्टौन् लेखि कन् करे जी.आर.एफ परीक्षा पास

देवाल, कर्णप्रयाग की अंकिता तोपाल पुत्री प्रेम सिंह न् साबित करि दे कि अगर मनखि की मजबूत इच्छाशक्ति हो त कुछ बि असंभव नी छ। अंकिता का जन्म से हि द्वीइ हाथ नि छन पर वीन् अपणि मजबूत इच्छाशक्ति अर कड़ि मेहनत का बल पर एक नयो इतिहास रचि दे। अंकिता न् खुट्टौन् लिखि की जी.आर.एफ की परीक्षा सिर्फ पास नि करि बल्कि ऑल इंडिया लेवल पर दुसरि रैंक हासिल करे। इतिहास विषय मा ऑल इंडिया लेवल पर दुसरा नंबर पर ऐकि सच मा अंकिता न् इतिहास पढ़ि हि ना बल्कि रचि बि दे। वीं न् बड़ा संघर्ष का बाद य सफलता प्राप्त करे। अंकिता न् दसवीं देवाल बटि, बारहवीं ऋषिकेश बटि अर उच्च शिक्षा देहरादून बटि ल्हे। अंकिता की सफलता की या कहानि लोगों का वास्ता एक प्रेरणा छ।